जिंदगी एक छोटी सी पहेली
दोस्तों ये जिंदगी एक छोटी सी पहेली ही तो है जो शुरू होती है एक खिलती हुई मुस्कान से और जिसका अंत हो जाता है कुछ पल भर के प्रलाप से | क्या आपको पता है की ये खिलती हुई मुस्कान कौन है और यहाँ पर प्रलाप का क्या मतलब है ? अगर आपको नहीं पता तो आप इसे पूरा जरूर पढ़े क्योंकि जिंदगी की यह छोटी सी पहेली आप से ही सम्बंधित हो सकती है |
दोस्तों आपने इस जिंदगी को बहुत जिया होगा और आप इसके अनजाने पहलुओं से भी वाकिफ होंगे | इसी जिंदगी के कुछ पहलू कुछ और भी है जो आपको पता हो सकते है या नहीं भी हो सकते है | तो चलिए दोस्तों जिंदगी के इन पहलुओ को कुछ और जान लेते है |
तो दोस्तों सबसे पहले हम उस जिंदगी की खिलखिलाती हुई मुस्कान के बारे में बात करें तो वह मुस्कान तब अक्सर देखने को मिलती है जब किसी बच्चे का जन्म होता है | तब पूरे परिवार में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ती है और उनकी यही मुस्कान आपकी जिंदगी की पहेली मुस्कान थी | जिसमे आपके लिए एक ऐसा प्रेम बसा था जिसकी कोई सीमा नहीं थी |
झील की तरह बन जाओ
वो प्रेम आज भी आपके लिए स्मरणीय हो सकता है | पर अफ़सोस इस बात का है की आज आप उस प्रेम की अनुभूति नहीं कर सकते |
अब दोस्तों बात करते है उस प्रलाप की जो आपकी मौत के बाद कुछ समय तक ही रहने वाला है | ये प्रलाप अपने देखा ही होगा अपने आस – पास, जो लोग किसी के मर जाने के बाद किया करते है | आपको ये भी पता ही होगा की ये प्रलाप कुछ समय तक ही रहता है और कुछ दिनों के बाद यह फिर से सामान्य हो जाता है |
लोग अक्सर आपसे अठखेलियां करते है जब आप इस दुनिया में अपनी जिन्दगी को जी रहे होते है | और जब आपकी मृत्यु हो जाएगी तो वे कुछ समय रोयेंगे और फिर से सामान्य हो जायेंगे | इसका कारण उनकी खुदगरजी नहीं है बल्कि इस दुनिया का ही बंधन उन्हें इसके लिए बाध्य करता है |
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दोस्तों आपके अब पता चल गया होगा की वो खिलती हुई मुस्कान और वो प्रलाप क्या है ?
आपको मैं बता दू कि दुसरो के लिए जीना आपका कर्म है और यही जीना आपके माता-पिता के हर दुःख का मर्म है |
अब आप पूछेंगे कि यहाँ मर्म का क्या मतलब है, तो आप में से अधिकतर को ये पता होगा | अगर आपको वास्तव में इसके बारे में पता है तो आप इसे पढ़ना छोड़कर उस मर्म के बारे में सोचे जो आपके द्वारा आपके माता-पिता को प्राप्त होता है और जैसे ही आप इसके बारे में एक बार सोच लोगे तो मैं आपको गारंटी देता हूँ कि आप अपने माता-पिता के साथ लिपट जायेंगे और रोने लगेंगें |
दोस्तों अगर आपको पता नहीं की ये मर्म क्या है ? तो चलिए जानते है की ये मर्म क्या है ?
जैसा की दोस्तों आपको पता ही है कि हर बच्चा अपने माता-पिता के आँखों का तारा होता है और आप भी है | दोस्तों इस दुनिया में जीना कोई आसान काम नहीं है यहाँ पर आपको बहुत से लोग मिल जाते है जो आपके दिल को ठेस पहुंचाते है और ठेस को दूर करने के लिए आपका कोई ना कोई मर्म जरूर होता है जो आपके दुःख दर्द को समझता है |
तो दोस्तों आज की इस दुनिया में कोई भी इंसान इस ठेस से वंचित नहीं है | क्योंकि हर कोई एक दूसरे का अनिष्ठ करने के लिए तत्पर ही रहता है | इस लिए दोस्तों ये दुःख-दर्द इस दुनिया में स्थायी बन चूका है |
हमारे माता-पिता को भी जब कोई किसी प्रकार का ठेस पहुँचता है तो उनके लिए मर्म का एक मात्र साधन आप ही होते है | ये मर्म साधन आपके होने का एक मात्र कारण उनका आपके साथ ममत्व का भाव होता है |
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पर आपको इस बात का भी ध्यान रहे कि ये ठेस आपके दवारा आपके माता-पिता को न दिया जाये |
दोस्तों इस जिंदगी में हमारे सामने भी बहुत सी मुश्किलें आती है तो हमे उनका डटकर मुकाबला करना चहिये | ये मुश्किलें ही होती है जो आपको कुछ नया सिखाती है | इसलिए दोस्तों आपको इन कठिनाइयों से लड़ना सीखना है न कि भागना |
आपकी ये जिंदगी इतनी बड़ी नहीं की आप इसे खुलकर जी सके और इतनी छोटी भी नहीं है कि आप इसमें कुछ कर न सकें | तो दोस्तों आप भी कुछ ऐसा कर दिखाओ जिसे देखकर पूरी दुनिया अपने दांतो तले उँगली दबाने को मजबूर हो जाये |
तो दोस्तों आज आपने इस जिंदगी की अलबेली पहेलियों को जाना | और आगे भी हम जिसके बारे में ओर बहुत कुछ जानेंगे | इसलिए आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे | और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ताकि वे भी जिंदगी के इन पहलुओं को जान सकते और सही से जिंदगी का मतलब सीख सके |
धन्यवाद ……
लेखक : संजय घोड़ेला
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